शुक्रवार, 24 अक्टूबर 2025

ईश्वर के हम बन्दे है ईश्वर को जिस जिस से जो काम लेना है वही काम वह हमसे और आपसे लेता है शायद हमारे प्रिय मित्र छोटे भाई दीपेन्द्र की उस लोक में धरती लोक से अधिक आवश्यकता होगी तभी उस प्रभु ने उसको अपने लोक में बुला लिया जब तक उस प्रभु ने उचित समझा तभी तक दीपेन्द्र की ड्यूटी यहाँ पर लगायी जैसे ही ड्यूटी अवधि पूरी हुई वैसे ही अपने लोक में बुला लिया

ईश्वर के हम बन्दे है ईश्वर को जिस जिस से जो काम लेना है वही काम वह हमसे और आपसे लेता है शायद हमारे प्रिय मित्र छोटे भाई दीपेन्द्र की उस लोक में धरती लोक से अधिक आवश्यकता होगी तभी उस प्रभु ने उसको अपने लोक में बुला लिया जब तक उस प्रभु ने उचित समझा तभी तक दीपेन्द्र की ड्यूटी यहाँ पर लगायी जैसे ही ड्यूटी अवधि पूरी हुई वैसे ही अपने लोक में बुला लिया ऊँ

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